Happy Friendship Day

World Friendship Day का विचार पहली बार 20 जुलाई 1958 को डॉ रामन आर्टिमियो ब्रैको द्वारा प्रस्तावित किया गया था

दोस्ती या फ्रेंडशिप किसी रिश्ते से भी आगे एक ऐसा इमोशन है, जिसमें कई सारे रिश्ते शामिल हैं।

एक अच्छा और सच्चा दोस्त पूरी फैमिली के बराबर हो सकता है।

इश्क ने दोस्ती से एक दिन पूछ ही लिया, जब मैं हूँ यहाँ तो तेरा क्या काम है, तो दोस्ती ने कहा जहाँ तू नाकाम है, वहाँ मेरा ही नाम है

हम बहुत अजीब सा दोस्ताना करते है, दोस्ती पर सब कुछ वार दिया करते हैं, रिश्तो को तो हम निभाते ही है, पर दोस्ती का अंदाज अलग ही रखा करते है

जब दोस्त तरक्की करे, तो तुम गर्व से कहो ये मेरा दोस्त है, और जब दोस्त मुसीबत में हो, तो तुम कहो हम इसके दोस्त हैं

जुबान पे उल्फत के अफसाने नहीं आते, यार ही होते हैं यारो के हमदर्द, कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते

जुबान पे उल्फत के अफसाने नहीं आते, यार ही होते हैं यारो के हमदर्द, कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते

हर वक़्त वादिओं में, महसूस करोगे तुम मेरे दोस्त! हम दोस्ती की वो ख़ुशबू हैं, जो महकेंगे मरते दम तक

दिल से वादा है आपसे, ये ना समझना की भूल से भी भुल जायेगे हम, याद रखना जिन्दगी भर दोस्ती निभाएंगे हम

Happy Friendship Day