Home News Panel Bageshwar Dham Sarkar : बागेश्वर धाम और बागेश्वर धाम सरकार का इतिहास

Bageshwar Dham Sarkar : बागेश्वर धाम और बागेश्वर धाम सरकार का इतिहास

1

आज के इस आर्टिक्ल मे आप जाएंगे Bageshwar Dham (बागेश्वर धाम), Bageshwar Dham Sarkar , बागेश्वर धाम सरकार कौन है, कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है ? (Dhirendra krishna shastri) उनका जीवन परिचय बागेश्वर धाम चमत्कार (Bageshwar Dham Chamatkar) और बागेश्वर बाला जी महाराज के बारे मे । 

दोस्तों अगर आप किसी News Social Media या देश दुनिया के खबरों पर विश्वास रखते है तो अपने बागेश्वर धाम सरकार और बागेश्वर बाला जी महाराज का नाम सुना ही होगा या फिर आप लोग ने बागेश्वर धाम के की यात्रा भी की होंगी । अगर नहीं जानते है तो आज इस लेख के जरिये हम आपको आप बागेश्वर बाला जी और बागेश्वर धाम सरकार से जुड़ी तमाम जानकारी देने की कोशिश करेंगे ।

Bageshwar Dham (बागेश्वर धाम)

बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छोटे से जिले छतरपुर जो (विश्व प्रसिद्ध खजुराहो मे मंदिर के लिए जाना जाता है) में स्थित श्री बालाजी हनुमान जी का मंदिर है ये मंदिर सैकड़ों साल पुराना बताया जाता है ,यह स्थान भगवान श्री हनुमान जी की दिव्यता और अटूट आस्था के लिए देश विदेशों मे प्रसिद्ध है यहाँ हर दिन श्री बालाजी हनुमान जी की पुजा अर्चना की जाती है लेकिन मंगलवार और शनिवार को विशेष पुजा और दिव्य दरबार का आयोजन किया जाता है । ये दिव्य दरबार क्या है आगे इस लेख मे आज समझ जाएंगे ।

यह मंदिर छतरपुर के गढ़ा गावँ मे एक मरघट पहाड़ी पर स्थित है पुराने जमाने मे इस पहाड़ी पर भगवान शंकर जी की मूर्ति स्थापित थी जिसके आसपास एक असमसान घाट था जहां गावों के लोग अंतिम संस्कार करते थे शायद इसलिए इसे लोग मरघट पहाड़ी कहते थे जो लोग जादू टोना झार फुक व तंत्र साधना से इलाज करने पर विश्वास रखते थे वे इस पहाड़ी पर मसान के किनारे आते थे ।

उस दौरान ये सब छोटे स्तर पर होता था लेकिन उस दौरान एक सन्यासी बाबा श्री सेतु लाल गर्ग (Setu Lalji Maharaj) इनको भगवान दास जी महाराज के नाम से भी जाना जाता था। इन्होने ने यहाँ भगवान शंकर के बगल मे बाला जी महाराज यानि हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कारवाई और वहाँ पुजा अर्चना के साथ रामकथा करने लगें, (भगवान दास जी महाराज की समाधि भी इसी मंदिर मे स्थापित की गई है ) धीरे धीरे इस मंदिर की शक्ति और दिव्यता पूरे इलाके में प्रसिद्ध हो गई इसे ही आज हम बागेश्वर धाम के नाम से जानते है । ऐसा माना जाता है की इस मंदिर मे बिजली के बल्ब नहीं जलते दिये के रोशनी से ही मंदिर मे उजाला होता है ।



बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar)

बागेश्वर धाम में पूज्य श्री भगवान दास जी एक दिव्य दरबार लागते थे जहां बालाजी के भक्तों की अर्जी सुनी जाती थी उनके समस्या का समाधान बालाजी महाराज की कृपा से पूरी होती थी कहा जाता है की श्री भगवान दास जी बहुत बढ़े तपस्वी थे जो हनुमान जी महाराज के भक्तों के समस्याओं को बिना बताए जान लेते थे और उन्हे इसका समाधान भी बता देते थे ।

श्री भगवान दास जी के इसी कार्य को श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे बढ़ाया जो भगवान दास के पौत्र (पोते) थे और बागेश्वर धाम मे दिव्य दरबार लगाने लगे और देश विदेशों में बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के नाम से प्रसिद्ध हो गए ।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra krishna shastri)

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्री भगवान दास जी महाराज के पोते है जिनका जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में एक ब्रह्मण परिवार मे हुआ । इनके पिता श्री रामकृपाल जी महाराज और माता सरोज जो एक किसान थे । श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दादा भगवान दास से प्रेरित होकर बाला जी महाराज की सेवा करने लगे और बागेश्वर धाम मे मुख्य पीठाधीश्वर एवं बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के नाम से प्रसिद्ध हो गए ।

इनके दादा जी निर्मोही अखाड़े से जुड़े हुए थे, और बालाजी हनुमान मंदिर के पास दरबार लगाया करते थे- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दादा को ही अपना गुरु बताते हैं। हर मंगलवार बागेश्वर धाम में भक्तों की अर्जी लगती है और तय समय पर आयोजित दिव्य दरबार मे पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दादा श्री भगवान दास जी के ही तरह बिना बताए लोगों की समस्या पर्चे के माध्यम से कह देते है और श्री बाला जी महाराज की कृपा व आशीर्वाद से जल्द समाधान होने की बात कहते है ।

बागेश्वर धाम चमत्कार (Bageshwar Dham Chamatkar)

कहा जाता है की बागेश्वर धाम बालाजी मे 40 हजार दिव्य शक्तियाँ जो उनके भक्तों की निगरानी करती है और धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार के माध्यम से लोगों की अर्जी सुनते है और चमत्कारी शक्तियों से उनका समाधान भी करते है ।

पहला तथाकथित चमत्कार यह है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हजारों लोगों की भीड़ से किसी व्यक्ति को उसके नाम से अपने पास बुलाते हैं। उस व्यक्ति की जानकारी, उसे क्या समस्या है, कब से समस्या है, इस समस्या का हल क्या है, यह सब एक पेपर पर बिना उससे पूछे लिख देते हैं। जब वो अपनी समस्या बताता है तो वही निकलती है जो कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पेपर पर लिखी थी।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर विवाद (Dhirendra Krishna Shastri Controversy)

जैसा की आप समझ गए होंगे की बागेश्वर धाम मे दिव्य दरबार के माध्यम से धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों की समस्या का समाधान बिना कुछ जाने कर देते है जो किसी चमत्कार से कम नहीं लगता है ,विवाद का असली जड़ यही है ।

बागेश्वर धाम सरकार का दिव्य दरबार सिर्फ छतरपुर मे ही नहीं बल्कि देश के अलग जगहों पर भी आयोजन किया जाता है तो ऐसा ही एक आयोजन महाराष्ट्र के नागपुर में हो रहा है और हर दरबार की तरह यहाँ भी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों के अर्जियों पर्चे के द्वारा हल कर रहे थे लेकिन महाराष्ट्र के अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति जो की अंधविश्वास के खिलाफ आवाज उठाने का कार्य करती है उन्होने ने इसे अंधविश्वास कहा और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ शिकायत कर उन्हे गिरफ्तार करने की मांग की । बता दें की महाराष्ट्र मे अंधविश्वास को लेकर एक कानून है यानि इस कानून के तहत कोई भी व्यक्ति या संस्था ऐसी कोई भी कार्यकलाप नहीं कर सकती जो लोगों के आस्था के खिलाफ हो । इसी कानून के तहत बागेश्वर धाम सरकार पर विवाद शुरू हो गया ।

इस पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार को चुनौती देने वालों को जवाब देते हुए कहा कि ‘हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार.’ नागपुर में कथा कर बागेश्वर धाम लौटे धीरेंद्र ने कहा कि ‘हम सालों से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरु हैं । 

इस लेख के माध्यम से हम आप तक सिर्फ जानकारी साझा कर रहे है हम किसी जाति धर्म या किसी के आस्था पर चोट पहुंचाना हमारा मकसद नहीं है Knowledge Panel का मकसद सिर्फ जानकारी देना है । 

बागेश्वर धाम कैसे जाएँ ? Travel to Bageshwar Dhaam 

बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से 35 किलोमीटर खजुराहो-पन्ना रोड पर स्थिति गंज नाम का छोटा सा कस्बा स्थित है, यहाँ से 3 किलोमीटर एक दूसरे बड़े गाँव जाने के बाद बागेश्वर धाम के दर्शन होते हैं। छतरपुर और खजुराहो से बागेश्वर बाला जी के मंदिर तक पहुंचाना आसान हो जाता है 

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से बागेश्वर धाम की दूरी सिर्फ 15 KM है अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते है तो नजदीकी रेलवे जंक्शन से पता कर सकते है । भोपाल या खजुराहो जाने वाली ट्रेन का पता कर सकते है । भोपाल से बागेश्वर धाम के लिए प्रतिदिन ट्रेन की सुविधा मिल जाएगी।

अगर आप हवाई सफर द्वारा बागेश्वर धाम पहुंचाना चाहते है तो आपको दिल्ली एयरपोर्ट से खजुराहो एयरपोर्ट आना होगा जिसके बाद आपको बस या टैक्सी से छतरपुर आना होगा।

FAQ 

Q – बागेश्वर धाम कहाँ है ?

Ans – मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में

Q – बागेश्वर धाम सरकार कौन है ?

Ans – बागेश्वर धाम के मुख्य पीठाधीश्वर श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

Q – धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है ?

Ans – बागेश्वर धाम के मुख्य पीठाधीश्वर

Q – भोपाल से बागेश्वर धाम की दूरी कितनी है ?

Ans – 365 KM 

Q – बागेश्वर धाम मे किस भगवान की पुजा होती हैं ?

Ans – बालाजी हनुमान जी की 

Q – धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म कब हुआ ?

Ans – 4 जुलाई 1996

इसे भी पढ़ें 

1 COMMENT

LEAVE A REPLY Cancel reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version