जब भी हम बात करते है Smart City की तो हमारे मन मे एक ही सवाल उठती है की क्या है Smart city, कहाँ है ये Smart City, कैसे जाए हम Smart city प्रस्तुत है इसके बारे मे पूरा विवरण जिसे पढ़ कर आपके मन बहुत सारे सवाल उठेंगे आप ये भी सोचने लगेंगे की ये तो असंभव है लेकिन जो भी हो ये काल्पनिक दुनिया सच होगी यही तो मिसन है Smart City की – smart city scheme in hindi
Smart City Schemes
Smart City Schemes Indian Government की वह योजना है जिसके अंतर्गत 2022 तक भारत तकरीबन 100 शहर को Smart स्मार्ट बनाना है, Smart बनाने से तात्पर्य यह है की इन शहरो मे हर वो सुविधा होगी जिसका उपयोग लोग अपने दैनिक जीवन मे करते है ।
आप ऐसे city की कल्पना कर सकते है जहां सड़क के हर तरफ कैमरे लगे हो जहां आप रात्री को पैदल चले तो सड़क पर लगे बल्ब खुद बख़ुद डीम हो जाए या जल जाए , सूर्य के रोशनी के अनुसार घर की रोशनी घटाई बढ़ाई जा सके , स्कूल मे शिक्षक के अनुपस्थिति पर दूसरे स्कूल के शिक्षक Video Conference के जरिये पढ़ा सके । जी हाँ ऐसे होने की ही कल्पना की गई है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली National Democratic Alliance (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) NDA सरकार ने शहरी भारत को रहन-सहन, परिवहन और अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के इरादे से तीन महत्वाकांक्षी योजनाओं- Smart Cities (स्मार्ट सिटीज) , Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation (AMRUT) (अमृत) और सभी को आवास योजना (इसके बारे मे आप हमारे अगले पोस्ट मे पढ़ सकते है) का शुभारम्भ किया है। इन परियोजनाओं से देशवासियों की उम्मीदों को नयी उड़ानें मिलती नजर आ रही है और सपनों मे नई जोश जागते दिख रही है ।
क्या-क्या हैं स्मार्ट सिटी के मकसद
What is the main view of Smart City Schemes
- शहरी जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना
- स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराना
- परिवहन व्यवस्था को बेहतरीन बनाना
- शहरों की छवि खराब करती झुग्गी झोपड़ियों को हटाना
- झुग्गी में रहने वाले लोगों को वैकल्पिक सुविधा मुहैया कराना
- शहरी संसाधनों, स्रोतों और बुनियादी संरचनाओं का सक्षम ढंग से विकास करना
- 2022 तक सभी को आवास उपलबध कराना
क्या-क्या है स्मार्ट सिटी मिशन में
Full Details of Smart City Schemes of India
इस मिशन में 100 Cities को शामिल किया जाएगा। इसकी अवधि पांच साल (2015-16 से 2019-20) की होगी। पांच साल पूरे होने पर Ministry (मंत्रालय) द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा और तब तय किया जायेगा कि इस Mission को कहां-कहां चलाया जाये। 100 Smart Cities की कुल संख्या एक समान मापदंड के आधार पर States और Union Territories के बीच वितरित किया गया है। इस वितरण फार्मूला का इस्तेमाल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए AMRUT Schemes के तहत धनराशि के आवंटन के लिए भी किया गया है। smart City Mission एक केन्द्र प्रायोजित योजना के रूप में संचालित किया जाएगा। पांच साल में 48,000 करोड़ रुपये, करीब प्रति वर्ष प्रति शहर 100 करोड़ रुपये औसत दिये जायेंगे।
किस शहर का पहले लगेगा नंबर?
किस शहर का नंबर पहले लगेगा, ये Enter City Competition में शहरों के Smart city Plan पर निर्भर करेगा। 2016 के आखिर तक 20 शहरों को Smart Cities के लिए चुना जाएगा। बाकी 80 शहरों के चयन का काम 2017-18 तक पूरा कर लिया जाएगा। रैंकिंग में सबसे ऊपर आए 20 Smart Cities के बाद बाकी 80 Citiesको खुद के प्लान में सुधार का मौका दिया जाएगा। काम शुरू होने के बाद कार्यों की समीक्षा मिशन के कार्यान्वयन के दो साल बाद की जाएगी। जिन States / City स्थानीय निकायों का प्रदर्शन अच्छा होगा उन राज्यों को शेष Possibilities Smart Cities में से कुछ का पुनःआवंटन किया जायेगा। यानि जितना Smart States उतनी Smart cities
Smart City शब्द सुनते ही सबसे पहले जो तस्वीर उभरती है वह कुछ ऐसी होती है
- एक शहर जहां की जलवायु शुद्ध हो लोग खुली हवा में सांस ले सकें।
- बिजली-पानी की सप्लाई 24 घंटे सुचारू हो।
- बिजली कटौती कतई न हो।
- दिनभर लोगों को ट्रैफिक में न जूझना पड़े, सार्वजनिक यातायात उपलब्ध हो जो विश्व स्तरीय हों।
- बुनियादी सुविधाएं जैसे किसी चीज की बुकिंग, बिल जमा करना, आदि बेहद सुगम हो।
- सड़कें, इमारतें, शापिंग माल, सिनेप्लैक्स सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से बने हों।
- अनाधिकृत कालोनियों की सड़ांध मारती गलियां न हों।
- झुग्गी-बस्तियां न हों।
- कुछ ऐसा शहर दिखे जहां लोगों के रहन-सहन में समानता दिखे।
- सड़कों पर कूड़ा-करकट कतई न दिखे।
- सड़कें एकदम साफ हों।
- स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, आदि अत्याधुनिक सुविधओं से लैस हों।
- शहर में बिजली के ग्रिड से लेकर सीवर पाइप सब कुछ अच्छे नेटवर्क में हों।
- सड़कें, कारें और इमारतें हर चीज़ एक एक नेटवर्क से जुड़ी हों।
- इमारत अपने आप बिजली बंद करें, स्वचालित कारें खुद अपने लिए पार्किंग ढूंढें।
- शहर ऐसा जिसका कूड़ादान भी स्मार्ट हो।
- गैस सिलेंडर के लिये लाइन लगने के बजाये, पाइपलाइन घर तक आये।
- ऐसी व्यवस्था हो जिससे अपराध कम हों और लोग चैन से रह सकें।
अगर आप भी अपने शहर की स्मार्ट सिटि का दर्जा देना चाहते है तो सरकार की Smart City Mission को सफल बनाए स्मार्ट बने और स्मार्ट बनाए सरकार के योजनाओ का फायदा उठाए ।