दोस्तों पूरे 12 वर्ष बाद Prayagraj में Mahakumbh आ चुका है पूरे दुनिया से लोग यहाँ आ रहे है ऐसे में सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति यहाँ जाना चाहता हैं इसलिए आज आप इस पोस्ट मे जान पाएंगे की भारत के किसी भी कोने से आप Prayagraj kaise jaye ,Mahakumbh kaise jaye और Mahakumbh kyun jate hai ,Kumbh Mela (कुम्भ मेला), महाकुंभ क्या है (Mahakumbh Kya Hai ), पूर्ण कुंभ और महाकुंभ में क्या अंतर है ।
महाकुंभ क्या है (Mahakumbh Kya Hai )
महाकुंभ भारत में आयोजित एक विशाल मेला है जिसमे देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु हर 12वे वर्ष में Prayagraj ,Haridwar ,Ujjain और Nasik में किसी भी एक स्थान पर एकत्र होकर पास की पवित्र नदी मे स्नान करते है । ये कुंभ मेला हरिद्वार में गंगा नदी, उज्जैन में शिप्रा नदी, नासिक में गोदावरी नदी और प्रयागराज में गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम स्थल पर लगता है ।
कुंभ और महाकुंभ में क्या अंतर है (Difference Between Kumbha and Mahakumbh)
कुम्भ मेला हर तीन वर्ष में लगाए जाते है लेकिन महाकुंभ हर 12 वर्ष के बाद लगाए जाते है। ये कुंभ मेला हरिद्वार (गंगा), उज्जैन (शिप्रा), नासिक (गोदावरी), और प्रयागराज (गंगा-यमुना-सरस्वती) के तट पर प्रत्येक तीन वर्ष मे अलग अलग स्थान पर लगते हैं।
पूर्ण कुंभ और महाकुंभ में क्या अंतर है? (Purnkumbh and Mahakumbh)
पूर्ण कुंभ 12 वर्ष में एक बार आता है और महाकुंभ 12 पूर्ण कुम्भ के बाद यानि 144 वर्ष मे एक बार आता है और इस वर्ष 2025 में 13 जनवरी से होने वाला कुंभ मेला है बेहद दुर्लभ है जिसे महाकुंभ कहा जा रहा है जो प्रयागराज में गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम स्थल पर होने जा रहा है ।
महाकुंभ के लिए प्रयागराज कैसे जाएँ (Prayagraj kaise jaye)
प्रयागराज (जिसे इलाहाबाद नाम से भी जाना जाता है) अगर आपको महाकुंभ (Mahakumbh) आना है तो आपको प्रयागराज आना होगा नीचे आप समझ पाएंगे की हवाई रेल और सड़क मार्ग के जरिये आप Prayagraj कैसे पहुंचेगे ।
हवाई मार्ग के जरिए महाकुंभ कैसे जाएँ ।
हवाई मार्ग के जरिए महाकुंभ में आने के लिए आपको प्रयागराज के Bamrauli Airport (बमरौली एयरपोर्ट) पर आना होगा जो कि प्रयागराज शहर से लगभग 12 किमी दूर है। यहाँ से आप Privet या सार्वजनिक परिवहन के जरिये आप संगम तट पर पहुँच कर Mahakumbh का आनंद ले सकते है । आप चाहें तो Lucknow Airport जो 200 किमी दूरी पर है या varanasi Airport जो करीब 120 किमी दूर है के जरिए भी आ सकते हैं।
रेल मार्ग से प्रयागराज कैसे जाएँ (Train se Mahakumbh Kaise jaye)
भारत सरकार ने देश मे महाकुंभ शुरू होने से पहले से ही 10,000 नियमित ट्रेनें और 3,000 स्पेशल ट्रेनें की शुरुआत किया हैं। भारत के कुछ विशेष क्षेत्रों से ट्रेन का संचालन किया जाना है ।
दिल्ली से प्रयागराज (Delhi to Prayagraj)
नई दिल्ली से चलकर आगरा और कानपुर होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी।
कोलकाता से प्रयागराज (Kolkata to Prayagraj)
हावड़ा से चलकर आसनसोल और पटना के रास्ते प्रयागराज जाएगी।
बिहार और झारखंड से प्रयागराज
पटना, दरभंगा और रांची से शुरू होकर सीधे प्रयागराज जाएगी।
कटरा से प्रयागरज (Katra to Prayagraj)
24 जनवरी 2025 को कटरा से पहली ट्रेन प्रयागराज के लिए रवाना होगी, जो 25 जनवरी को सुबह 5 बजकर 45 मिनट पर प्रयागराज पहुंचेगी। इसके बाद यही ट्रेन 26 जनवरी को रात में 3 बजकर 15 मिनट पर प्रयागराज से कटरा के लिए रवाना होगी।
FAQ
महाकुंभ मेला कब से शुरू होगा ?
सोमवार 13 जनवरी 2025
महाकुंभ मेला कब समाप्त होगा ?
बुधवार 26 फरवरी 2025
महाकुंभ मेला कितने वर्षों बाद लगता है ?
महाकुंभ हर 12 वर्षों बाद लगता है लेकिन से अर्धकुम्भ कहते है 12 अर्ध कुम्भ यानि 144 वर्ष के बाद एक महाकुंभ लगता है ।
महाकुंभ मेला कहाँ लगता है ?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगा हुआ है ।
कुम्भ मेला कितने वर्षों बाद आता है ?
हर तीन वर्ष बाद कुम्भ आता है ।
अगला कुम्भ मेला कहाँ और कब होगा ?
कुंभ मेला 2027 का आयोजन नासिक में गोदावरी नदी के तट पर होगा