Hello Friends अगर आप किसी सरकारी या निजी बैंक मे अपना बचत या चालू खाता खुलवाया है तो वर्तमान मे Digital Payment का चलन बहुत बढ़ गया है हर कोई पैसे के लेन देन के लिए Digital Platform जैसे UPI,Mobile Banking,Internet Banking etc का इस्त्माल करते है और कई लोग Payment Transfer के लिए Cheque कर प्रयोग भी करते है लेकिन कभी कभी Digital Technology दगा दे जाती है और आपका Cheque Bounce कर जाता है । cheque bounce case in Hindi ,चेक बाउन्स हो जाए तो क्या करें
इस आर्टिक्ल मे आप चेक बाउन्स केस होने के कारण और बचाव के बारे मे पूरी जानकारी ले पाएंगे –
चेक बुक क्या होता है
What is Cheque Book
cheque Bounce के बारे मे जानने से पहले आइए ये जानते है की चेक क्या होता है और चेक बुक का का क्या काम है ।
जब कोई सरकारी जा निजी बैंक अपने ग्राहको को पैसो के लेने दे के लिए कागज का एक पेज जारी करता है जिसमे बैंक और उस ग्राहक के कुछ जरूरी जानकारी दी गई होती है जिसके जरिये वे किसी भी बैंक से अपने खाते मे जमा पैसे का लेन देन कर पाता है कागज की इसी तुकरे को चेक कहा जाता है और इन सभी चेक यानि उस पेज की एक किताब होती है जिसमे करीब 25 , 50 या 100 चेक होते है उसे चेक बूक( Cheque Book) कहा जाता है ।
चेक क्यूँ जारी की जाती है और इसका क्या काम है ?
Uses of Cheque
कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को Cheque निम्नलिखित कारणो से जारी करता है
- अगर किसी व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति से पैसा या सामान लिया, तो वह पैसा लौटाने या सामान की कीमत चुकाने के लिए Cheque देगा।
- अगर किसी ने Trust या NGO को Cheque के जरिए डोनेशन किया।
- किसीBusiness में Security के तौर पर पैसा जमा कराने के लिए Cheque जमा किया।
Cheque बाउन्स होना क्या होता है ?
अब जानिए की चेक बाउन्स होना मतलब होता क्या है – जब कोई देनदार व्यक्ति किसी लेनदार को पैसे के भुगतान के लिए Cheque Issue करता है और किसी कारणवश लेनदार को उसे जारी किए गए Cheque के द्वारा पैसे का भुगतान नहीं होता है तो वो cheque Bounce होना कहलाता है इसे Cheque Return होना भी कहा जाता है । अब किन किन कारणो से चेक बाउन्स हो सकता है ये भी जानना जरूरी है ।
किन कारणो से होता है Chaque Bounce
भारतीय बैंक के अनुसार Cheque bounce या Return होने के 92 कारण है लेकिन जो सबसे मुख्य कारण है वो है Funds insufficient जिसके कारण ज़्यादातर Cheque Return होते है । सभी 92 कारणों की जानकारी के लिए दिये गए Link पे click करें
चेक बाउन्स होने के 92 कारण- Download
अब अगर आपका चेक बाउन्स हो जाए तो क्या करें इसके कारण और बचाव कुछ इस प्रकार है
Cheque Bounce होने पर कैसे करें अपना बचाव
सबसे पहले आप ये जान ले की Cheque Bounce होना क्या होता है और भारतीय कानून मे Cheque Bpunce होने के क्या प्रक्रिया है एवं इससे जुड़ी सारी जानकारी
चेक बाउन्स चार्ज जानने के लिए Visit करे – www.paisabazaar.com/banking/cheque-bounce-charges/
Cheque Bounce Act
भारत मे Cheque Bounce के लिए एक Law है- Negotiable Instruments Act (नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट), 1881. इसके Section 138 के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति जो पैसे का देनदार (Admitted Liability)और उसने पैसे के भुगतान के लिए किसी के नाम Cheque जारी किया है, तभी इस चेक के बाउंस होने पर यह कार्रवाई के दायरे में आएगा। यानी अगर आपको किसी के रुपए लौटाने हैं या कोई पेमेंट करना है, जिसे आपने स्वीकार किया है, उस मामले में चेक बाउंस होने पर Negotiable Instruments Act, 1881 के तहत आप पर केस दर्ज किया जा सकता है।
Cheque Bounce केस क्यूँ होता है ?
अगर दो पार्टियों के बीच कोई लेन-देन या कोई Business हुआ हो और Cheque उस लेन-देन के भुगतान के लिए जारी किया गया हो, तब उसके बाउंस होने पर Section 138 लागू होगा।
माना की, किसी व्यक्ति ने अपने दोस्त की मदद करने के लिए उसे पैसा दिया और दोस्त ने वह पैसा वापस करने के लिए चेक दिया। अगर वह चेक बाउंस हो जाता है, तो इस मामले में Section 138 के तहत मामला दर्ज होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि मदद के लिए दिया गया पैसा , Loan यानी उधार माना जाता है। Loan के के लिए अगर कोई Cheque दिया जाता है और वह बाउंस हो जाता है, तो Section 138 लगता है।
Cheque Bounce के केस से बचाव
अगर अपने किसी को Security के तौर पे Cheque जारी किया है और Security Cheque लेने वाला व्यक्ति उस Cheque को cash करता है जिस दौरान वो Cheque Bounce हो गया तो इस स्थिति cheque Bouncing का कोई Case दर्ज नही होगा ।
ऐसे और भी कुछ मामले है जिसमे Cheque Bouncing का Case दर्ज नहीं होगा जैसे –
- अगर Cheque ,Advance के तौर पर दिया गया है।
- अगर Cheque ,Security के तौर पर दिया गया है।
- अगर Cheque ,में Number और word मे लिखा गया Amount अलग-अलग है।
- अगर Cheque ,किसी Charitable Trust को Gift या Donation के तौर पर दिया गया है।
- अगर Cheque ,Distorted यानि फटा पुरानी अवस्था में मिलता है।
तो ध्यान रहे अगली बार जब किसी को Cheque जारी करें तो ये ध्यान रखे की आप किन कारणों से cheque जारी कर रहे है ताकि Cheque bounce होने पर आप Cheque Bouncing के case से बच सकें ।
Chaque Bounce ओ जाए तो क्या करें ?
माना की आपको किसी राशि के भुगतान के लिए आपके नाम से Cheque जारी की गई और आपने उसे अपने Bank Account में 10 May को जमा कराया और 11 May को आपके बैंक ने Cheque Bounce की सूचना आपको दी, तो इसके 30 दिन के अंदर (11 May से 11 June के बीच) आपको Cheque देने वाली पार्टी को Legal Notice भेजना होगा। इसमें आपको बताना होगा कि आपने अपनी देनदारी को खत्म करने के लिए जो Cheque दिया था, वह मैंने बैंक में जमा कराया, लेकिन वह बाउंस हो गया। लिहाजा आप मुझे Interest सहित देय राशि लौटाएं।
अगर आपने 21 May यानि 15 दिन के बाद यह Notice भेजा, तो दूसरी पार्टी Notice मिलने के 15 दिनों के अंदर आपको पैसे लौटाने के लिए बाध्य है। Notice भी आपको Registered Post से ही भेजना होगा, ताकि आप उसे Track कर सकें। इसे आपको Court में भी बताना पड़ता है, कि Notice उस पार्टी तक पहुंच गया है।
अगर दूसरी पार्टी के पास 25 May को नोटिस पहुंचता है, तो उस पार्टी को 10 June तक आपके पैसे ब्याज सहित लौटाने होंगे।
अगर दूसरी पार्टी ने इन 15 दिनों के अंदर (10 June तक) पैसा नहीं लौटाया, तो आप एक महीने के अंदर-अंदर (10 जून से 10 जुलाई तक) मजिस्ट्रेट के सामने उस पार्टी के खिलाफ Cheque Bounce होने की Complained दर्ज करा सकते हैं।
तो इस प्रकार अगर आप Cheque Bouncing के झमेले मे फस गए तो घबराए नहीं बल्कि Bouncing के नियम और कानून समझे और समाधान करें , क्यूंकि जानकारी ही बचाव है ।
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