Hello Friends बीते कुछ वर्षो से हम सभी COVID यानि कोरोना वाइरस की मार झेल रहे है इससे बचने के लिए हमने Vaccine भी लगवाए उसके बाद कई सारे वाइरस ले दस्तक दी है लेकिन एक ऐसा वायरस या यू कहें बीमारी बीते कुछ दिनों से हमे परेशान कर रही है वो है Monkey Pox ऐसा माना जा रहा है की ये भविष्य मे गंभीर रूप ले सकता है इसलिए इसका बचाव और इलाज बेहद जरूरी है तो आइये जानते है Monkeypox के लक्षण इलाज और बचाव के बारे मे
इस आर्टिक्ल मे आप जानेंगे Monkeypox kya hai , Monkeypox symptoms (लक्षण), Monkeypox treatment (इलाज) , Monkeypox symptoms in humans , Monkeypox pictures , causes of Monkeypox
Monkeypox क्या होता है ?
What is Monkeypox ?
मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण (orthopoxvirus infection) दुर्लभ बीमारी है जो कि चेचक या चिकनपॉक्स के सामान दिखाई देती है। अपने पहले भी Pox के बारे मे सुना होगा जैसे Small Pox ,Chickenpox आदि जैसे बीमारी भी इसी वायरस के कारण होती थी ।हालांकि इसे चिकेन फॉक्स से कम खतरनाक बताया जा रहा है लेकिन उतना भी नहीं की हमे बेपरवाह होने की जरूरत है । जिस तरह से ये फ़ेल रहा है इसे हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है ।
यह बीमारी सबसे पहले वर्ष 1958 में बंदरों में दिखाई दी थी, जिसके कारण इसे मंकीपॉक्स (Monkeypox) नाम दिया गया। वर्ष 1970 में एक युवा में सबसे पहले मंकीपॉक्स का मामला सामने आया था। WHO यानि World Health Organization के मुताबिक या अब तक 88 देशों मे फ़ेल चुका है इसलिए इनके द्वारा इसे महामारी भी घोषित कर दी गई है ।
Monkeypox कैसे फैलता है ?
ये आमतौर पर जानवरों से मनुष्य मे और मनुष्य से अन्य दूसरे मनुष्यों मे फैलता है यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है। यह रोग घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और दूषित सामग्री जैसे बिस्तर के माध्यम से फैलता है। अगर कोई व्यक्ति ऐसे संक्रमित जगहों के संपर्क मे आता है तो वे भी इस वायरस का शिकार हो जाएगा ।
Monkeypox के लक्षण (Monkeypox symptoms)
जब कोई व्यक्ति इसे ग्रस्त हो जाता है तो इसके लक्षण जल्द ही दिखाई देने लगे है । अगर आपको नीचे दिये गए लक्षण दिखाई पड़े तो तुरंत अपने चिकित्सक से सलाह लें – Monkeypox के Symptoms कुछ इस प्रकार है –
- बुखार
- पीठ दर्द
- सिर मे दर्द
- मांसपेशियों मे दर्द
- लसीका ग्रंथियां मे सूजन यानि टौंसिल खांख मे दर्द या शरीर के अन्य हिस्सों मे गांठ का बनना
- ठंड लगना
- थकावट महसूस होना
बुखार आते ही रोगी के शरीर मे दाने होने लगते है जैसा की चिकेन फॉक्स मे होता है ये धीरे धीरे शरीर के अन्य भागों मे फ़ेल जाता है ।
Monkeypox से बचाव
मंकीपॉक्स से बचने के लिए आप खुद को मजबूत रखे कोई ऐसा काम या ऐसी जगहों से दूर रहें जहां गंदगी और संक्रामण का खतरा हो एसएफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें , मंकीपॉक्स वायरस(Monkeypox Virus)के संक्रमण से बचाने के लिए आप निम्न कई उपायों को अपना सकते हैं :-
- उन जानवरों के संपर्क में आने से बचें जो वायरस को शरण दे सकते हैं (उन जानवरों सहित जो बीमार हैं या जो उन क्षेत्रों में मृत पाए गए हैं जहां मंकीपॉक्स होता है)
- किसी बीमार जानवर के संपर्क में आने वाली किसी भी सामग्री, जैसे बिस्तर, के संपर्क में आने से बचें।
- संक्रमित जानवरों या मनुष्यों के संपर्क में आने के बाद हाथ की अच्छी स्वच्छता का अभ्यास करें। उदाहरण के लिए, अपने हाथों को साबुन और पानी से धोना या अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना।
- संक्रमित रोगियों को अन्य लोगों से अलग करें जिन्हें संक्रमण का खतरा हो सकता है।
- मरीजों की देखभाल करते समय व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) का प्रयोग करें।
- अगर आप किसी या अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध रखते है करते हैं तो ध्यान रखें कि आपके साथी को मंकीपॉक्स के लक्षण तो नहीं है या विदेश यात्रा का कोई इतिहास तो नहीं है ।
- इसके विषय मे अधिक जानकारी के लिए Doctor की सलाह जरूर ले ।
Monkeypox का इलाज (Monkeypox treatment)
वर्तमान मे इसका कोई इलाज या दावा उपलब्ध नहीं है लेकिन इसका इलाज ऐन्टीबायोटिक दवाइयों से किया जा रहा है चेचक के इलाज मे उपयोग होने वाली दवाओं से इसका इलाज किया जा रहा है टेकोविरीमेट (Tecovirimat) नामक ऐन्टीबायोटिक का उपयोग किया जा रहा है डॉक्टर इसके लक्षणों को कम करने का अधिक प्रयास करते है ताकि इसके गंभीर परिणामों से बचा जाय ।
ये ऐन्टीबायोटिक दावा यूरोपियन मेडिकल एसोसिएशन (EMA) ने इसी साल मान्यता दी है. हालांकि, दुनियाभर में यह उपलब्ध नहीं है. वहीं, दूसरे देशों में दूसरी एंटीवायरल दवाओं से मंकीपॉक्स का इलाज किया जा रहा है ।
WHO की ये विशेष सलाह दी जाती है जो व्यक्ति Monkeypox से ग्रस्त है उसे भूखे बिलकुल भी ना रखें उसके खान पान और साफ सफाई का विशेष ध्यान दे और किसी भी परिस्तीथी रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम नहीं होनी चाहिए ।
मंकीपॉक्स वायरस से पीड़ित होने के कुछ दिनों बाद वैक्सीन (Vaccine) लगवा लेने पर इससे बचा जा सकता है। ऐसा माना गया है की ये 21 से 30 दिनों मे ठीक हो जाता है । इस दौरान आपको सावधान ,खान पान और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है ।
कितना खतरनाक है Monkeypox
ऐसा माना जा रहा है की ये Covid से अधिक खतरनाक नहीं नहीं है लेकिन इस वायरस से लोग अत्यधिक घबरा रहे है क्यूंकी इससे शरीर मे दाने निकाल जाते है जो बेहद कष्टदायक और बुरे दिखते है । सबसे पहले इस वाइरस को 1970 मे अफ्रीका के 11 देशों मे देखा गया था फिर 1996 उसके बाद 2017 और अब ये 2022 मे दुनिया के 88 देशों मे फैल चुका है । भारत मे इसके सिर्फ 8 मामले ही आए है । लेकिन WHO ने इसे महामारी घोषित कर दिया है लेकिन हमे इससे घबराने की नहीं बल्कि बचने की जरूरत है ।
Monkeypox Pictures