Happy Mother’s Day |
दोस्तो दुनिया मे भगवान ईश्वर अल्लाह इन सबसे भी ज्यादा बड़ा दर्जा अगर किन्ही का है तो वो माँ का है।
हमारे पूरे जीवन मे उनका स्थान कोई नहीं ले सकता माँ का प्यार उनकी ममता के बदले आप चाह कर भी कुछ नहीं दे सकते है क्यू की दोस्तो उनके प्यार और ममता के बराबर दुनिया मे कोई दूसरी चीज बनी ही नहीं,जीवन मे उनका दिया ज्ञान कभी खाली नहीं जाता दोस्तो
बचपन मे उनके ही बताए मार्ग पर हम चलते है और चलते चलते अगर हमे अगर कहीं कोई कांटा मिल जाए तो उसे हटाने वाली हमारी माँ ही होती है राहो मे ममता भरी फूलो का रास्ता बनाने वाली हमारी माँ ही होती है अगर कभी हम चलते चलते गिर जाए तो हमे प्यार से सीने से लगाने वाली हमारी माँ ही होती है,निस्वार्थ और बिना किसी मकसद के हमे ढेर सारी खुशियाँ देने वाली हमारी माँ ही होती है दोस्तो ।
दोस्तो असहनीय कष्ट सह कर माँ हमे इस दुनिया मे एक स्थान दिलाती है , जीवन मे सबसे पहले हम माँ बोलना ही सीखते है । जब हमे कुछ चाहिए होता है तो हम हमेसा माँ के पास ही जाते है क्यू की जीवन की सबसे बड़ी उम्मीद माँ ही होती है जहां बिना मांगे सब कुछ मिल जाता है दोस्तो ।
माँ का अंचल वो सुरक्षा कवच है है जिसे कोई भेद नहीं सकता और सच मानिए तो हम उनके अंचल मे सबसे ज्यादा सुरक्षित रहते है ।
दोस्तो MothersDay पर आज Knowledge Panel ने कुछ महत्वपूर्ण पंक्ति लिखी है ।
“ माँ,अक्सर जब दिल रहता है उदास तो अचानक होता है कुछ प्यारा सा एहसास
क्या वो एहसास तुम हो ?
जीवन मे अगर कही भटक जाऊ तो याद आती है माँ की वो बातें
जब वो प्यार से कहती थी – बेटा न करना ऐसा काम की जीवन मे भटकना पड़े
माँ की बात को काट कर उस राह पे चला जाता और अचानक गिर जाता
लेकिन तभी अचानक एक हाथ मेरे कंधे पर आता और पीछे से आवाज आती-
बेटा माना किया था न इधर मत आना । “
दोस्तो माँ एक शब्द नहीं एक पूरी भाषा है आइये एक छोटे से कहानी के द्वारा माँ की शिक्षा के महत्व को समझे।
” एक बच्चा तोतली आवाज मे अपनी अपनी माँ से पूछता है- माँ तुम इतना कुछ कैसे जानती हो
इस पर माँ बोलती है बेटा- मेरी माँ ने मुझे सिखाया
फिर बच्चा पूछता है – उनको किसने सिखाया
फिर माँ बोलती है बेटा उनको भी उनकी माँ ने सिखाया
इस पर बच्चा बोलता है – माँ मुझे अकेला मत छोरना माँ
माँ बोलती है –बेटा तू तो मेरा राजा बेटा मैं तुझे छोर कर कहीं नहीं जाऊँगी
और कुछ शालों के बाद जब वो बच्चा बड़ा हो जाता है और काम करने लायक हो जाता है
तो एक दिन माँ उसे बोलती है –
ये गलत काम है इसे मत कर बेटा
बेटा बोला –
माँ अब मैं बड़ा हो गया हु मुझे पता है अच्छा क्या है और बुड़ा क्या है तू मुझे मत सीखा
और निकाल गया घर से
माँ उसके पीछे पीछे दौड़ती गई चिल्लाते गई रुक जा बेटा मत जा उधर मत जा
तभी अचानक……बेटे का पैर फिसल गया और वो नीचे गिर गया और जोड़ से चिल्लाया – माँ ……
माँ दौड़ के उसके पास गई और उसे अपने सीने से लगा के रोने लगी –
बेटा माना किया था ना इधर मत आ अभी कुछ हो जाता तो…..
बेटा माँ को देख कर बोला माँ तू मेरे पीछे क्यू आई
इस पर माँ बोली – बेटा तू तो मेरा राजा बेटा मैं तुझे छोर कर कैसे चले जाऊ ।
ये सुन कर बेटे के आंखो मे आँसू आ गए और माँ के पैर पे गिर गया बोला माफ कर दे माँ तुझसे ज्यादा ज्ञानी कोई नहीं माँ । “
दोस्तो इस छोटी सी कहानी के द्वारा आपको सिर्फ इतना बताना था की जीवन मैं माँ का साथ भगवान के साथ के बराबर होता है उनका कभी दिल न दुखाना उनका ज्ञान कभी न कभी जीवन मे आपको एक सीख दे कर जाएगी ।
Written By
Angesh Kumar Upadhyay
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