हैलो दोस्तों आज कल एक विशेष Topic काफी चर्चा मे है वो है Moonlighting ! क्या आप जानते है ये Moonlighting क्या है आज के इस लेख मे आप जाएंगे Moonlighting की पूरी जानकारी हिन्दी मे तो आइए जानते है Moonlighting क्या है? (Moonlighting kya hai)
इसकी चर्चा खास कर IT Sector यानि information Technology के क्षेत्र मे अधिक हो रही है कोई इसे धोखा बता रहा है तो कोई इसे सही आखिर सच्चाई क्या है आइए जानते है पूरी जानकारी
Moonlighting क्या है?
जब किसी निजी या सरकारी संस्थान के कर्मचारी अपने मूल काम के आलवे अपने वर्तमान संस्थान को बताए बिना अन्य दूसरे किसी संस्थान से जुड़ जाते है तो ये प्रक्रिया Moonlighting कहलाता है ।
समान्यतः हर निजी या सरकारी विभाग की कार्यावधि सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक होती है वही दूसरी नौकरी 5 बजे के बाद हो सकती है यानि शाम से शुरू होती है और देर रात तक होती है चूंकि ये रात को होती है इसलिए इसका संबंध चंद्रमा यानि Moon से होता है इसलिए इसे Moonlighting कहा जाता है ।
कौन करता है Moonlighting job
ऐसे कर्मचारी जो अपने 9 से 5 तक के नौकरी से खुश नहीं है या फिर जिनकी सलेरी कम है वे कुछ Extra Income बनाने के लिए Moonlighting Job करते है यानि 5 बजे के बाद किसी अन्य कंपनी मे नौकरी करते है ।
आईटी सैक्टर मे Moonlighting
वर्तमान समय मे अच्छी सैलरी पाने वाले आईटी सेक्टर के कर्मचारी भी ऐसा कर रहे हैं. कोरोना काल में इसका चलन बढ़ा है,आईटी कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम की वजह से कर्मचारियों को मूनलाइटिंग का मौका मिला है। और इससे वे अतिरिक्त आय भी बना रहे है ।
Moonlighting की क्यों हो रही चर्चा?
IT Sector मे काम करने वाले कर्मचारी के बीच ये काफी चर्च मे है ,Wipro जैसे बड़ी IT Company के कर्मचारी Moonlighting जॉब कर रहे है इसलिए Wipro ने अपने 300 कर्मचारी को निकाल दिया है इसलिए Moonlighting अधिक चर्चा का विषय बन गया है ।
हालांकि इसे पहले Infosys, TCS और IBM जैसी बड़ी Company पहले से ही अपने कर्मचारी को Moonlighting की चेतावनी दे चुकी है
Wipro के चेरमेन अजीम प्रेमजी ने कहा की Moonlighting किसी कंपनी के प्रति निष्ठा का पूरी तरह से उलंघन है इसलिए यह सरासर धोखा है ,जो कर्मचारी ऐसा करते है उनका हमारे कंपनी मे कोई जगह नहीं है ।
Moonlighting का समर्थन
कुछ कंपनी ऐसी भी है जो Moonlighting को बेहतर बताते है और इसका समर्थन कर रहे है Tech Mahindra के CEO CP Gurnani इसका समर्थन करते है वे कहते है की हर किसी को अपने काम को बदलने का हक है यह हमारे काम करने के तरीकों मे बदलाव करने का संकेत है ।
Food Delivery Company Swiggy के CEO ,Rohit Kapoor भी इसके समर्थन मे है उनके अनुसार कर्मचारी अपने Working Hours के बाद दूसरे Projects लिए भी काम कर सकते हैं।
वहीं आईटी सहित अन्य सेक्टर के कर्मचारी भी मूनलाइटिंग का समर्थन कर रहे हैं । सिर्फ कुछ Companies जैसे Infosys Wipro IBM TCS जैसे Companies इसके विरोध मे है । इसलिए Wipro ने अपने 300 कर्मचारी की छुट्टी कर दी ।